सागर,/सी.एम. राइज स्कूल में विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति एवं अभिभावकों की समय-समय पर प्रति माह बैठक लेकर छात्रों की प्रगति से अवगत कराए। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने जिले की समस्त सी.एम. राइज स्कूलों की समीक्षा करते हुए विद्यालयों के प्राचार्य को दिए। इस अवसर पर प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री अरविंद जैन, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा मिशन की परियोजना अधिकारी श्री अभय श्रीवास्तव, श्री विनय दुबे सहित अन्य प्राचार्य शिक्षक एवं संबंधित अधिकारी मौजूद थे ।
कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने निर्देश दिए कि श्री सी.एम. राइज स्कूल मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वकांक्षी योजना है इसके लिए शासन के द्वारा हर संभव गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। सभी विद्यालय समय पर संचालकों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति के लिए लगातार प्रयास करें। कलेक्टर श्री आर्य ने कहा कि विद्यालय में स्थानीय और अन्य स्थानों से आने वाले विद्यार्थियों की उपस्थिति के लिए अभिभावकों से संपर्क करें एवं उनकी शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों से सतत् संपर्क रखें और विद्यार्थियों की प्रगति के संबंध में प्रतिमाह अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है, जिसका लाभ प्रत्येक विद्यार्थियों को मिले, इसका विशेष ध्यान रखा जावे। कलेक्टर श्री आर्य ने कहा कि कक्षा में रोटेशन के मान से विद्यार्थियों को बैठने की व्यवस्था कराएं, जिससे कमजोर विद्यार्थी की प्रगति की जानकारी प्राप्त हो सके।
जिला प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री अरविंद जैन एवं माध्यमिक शिक्षा मिशन के परियोजना अधिकारी श्री अभय श्रीवास्तव ने बैठक में बताया कि सागर जिले में 11 सीएम राइज स्कूल बन रहे हैं, जिनका निर्माण कार्य प्रगतिरत है। 11 सीएम राइज स्कूल में बंडा, बीना, देवरी, जैसीनगर, गढ़ोला, जांगीर, बांदरी, राहतगढ़, नरयावली, गढ़ाकोटा, रहली एमएलबी विद्यालय नंबर वन सागर शामिल है।
उन्होंने बताया कि विद्यालयों में प्रति दिवस की अटेंडेंस पोर्टल पर दर्ज की जाती है। विद्यालयों में वाटसएप समूह बनाए गए हैं, जिनके माध्यम से विद्यार्थियों एवं अभिभावकों के साथ सतर्क संपर्क स्थापित किया जाता है। उन्होंने बताया कि सहायक कक्षा शिक्षक वाटसएप ग्रुप जैसे नवाचार किए जा रहे हैं। उपस्थिति बढ़ाने हेतु प्रतिमाह अधिकतम उपस्थित वाले बच्चों को प्रार्थना सभा में सम्मानित किया जाता है। विद्यार्थियों के 3 दिवस से अधिक अनुपस्थित होने पर पालकों को सूचना पत्र जारी किए जा रहे हैं। सभी अभिभावकों से संपर्क कर अपने-अपने बच्चों को प्रति दिवस विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। विद्यार्थियों की अधिकतम उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए विद्यालयों में रुचि पूर्ण अध्ययन व्यवस्था की जा रही है। रुचि पूर्ण शिक्षण व्यवस्था, मनोरंजक गतिविधियों एवं सकारात्मक संस्कृति का निर्माण एवं शिक्षकों का सरल व्यवहार उपस्थिति बढ़ाने में सहायक हो रहा है। अभिभावक सम्मेलन के माध्यम से अनुपस्थित विद्यार्थियों को परामर्श दिया जाता है।
कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिये कि सभी विद्यालय के प्राचार्य जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से प्रत्येक माह विद्यालय की प्रगति एवं वीडियो क्लिप के माध्यम से गतिविधियों की जानकारी भी प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि सभी 11 विद्यालयों का वाटसएप ग्रुप तैयार करें, जिसमें विद्यालय में होने वाली गतिविधियों की जानकारी संधारित की जाये। वाटसएप ग्रुप बनने से सभी प्राचार्य प्रतिस्पर्धा करते हुए अपने विद्यालय को उच्च शिक्षा में गुणवत्ता एवं स्वस्थ वातावरण निर्मित करने के लिए प्रयास करें। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जावे। शुद्ध पेयजल हेतु प्यूरीफायर लगाएं, साथ में चिकित्सा व्यवस्था हेतु फर्स्ट एड बॉक्स की व्यवस्था रखें। सांस्कृतिक कार्यक्रम अवश्य कराएं तथा योग, व्यायाम विद्यालय की दिनचर्या में शामिल किए जाएं।