भोपालसागर

इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की कार्यपद्धिति जानकर उत्साहित हुए डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं

छात्र-छात्राओं ने इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के महत्व को जाना

सागर/  शहर के प्रत्येक नागरिक को यातायात सुरक्षा, स्वच्छता जागरूकता आदि अभियानों के प्रति जागरूक बनाने के उद्देश्य से कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ सागर स्मार्ट सिटी श्री चंद्र शेखर शुक्ला के निर्देशानुसार बुधवार के दिन छात्र-छात्राओं को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का  भ्रमण कराते हुए विस्तार से आईसीसीसी की कार्यपद्धिति और तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी गई इसके साथ ही सभी को यातायात नियमों का समग्र पालन करने व अपने परिजनों व परिचितों को जागरूक बनाने हेतु शपथ दिलाई गई। डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय के इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी विभाग के छात्र-छात्राओं ने प्रो. आशीष वर्मा और फेकल्टी मेंबर्स के साथ आईसीसीसी की एजुकेशनल विजिट की। इस दौरान छात्र-छात्राओं को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में इंटीग्रेट विभिन्न शासकीय विभागों की सेवाओं की मॉनिटरिंग आदि विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया गया की   डोर टू डोर कचरा कलेक्शन वाहनों में लगे जीपीएस सिस्टम से इनकी ऑनलाइन निगरानी कर 48 वार्डों में समय पर इन वाहनों का पहुंचना व कचरा कलेक्ट करना सुनिश्चित किया जाता है। कोविड वैक्सीनेशन के को-विन आदि विभिन्न ऑनलाइन शासकीय पोर्टलों के एक्सेस यहां दिए गए हैं। जिनमें जिले की महत्वपूर्ण जानकारी भरकर डेटा तैयार किया जाता है। यहां इंटीग्रेट आईटीएमएस की मदद से शहर में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता लाने का कार्य किया जा रहा है। यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर ऑन लाइन ई-चालान दिए जाते हैं। चौराहों पर लगे पीए सिस्टम द्वारा अनाउंसमेंट कर लगातार नागरिकों को जागरूकता मैसेज दिए जाते हैं। शहर को सुरक्षित बनाने के लिए विभिन्न लोकेशन पर सीसीटीवी कैमरे सोलर सिस्टम सहित इनस्टॉल कर आईसीसीसी में इंटीग्रेट किए गए हैं। आईटीएमएस और सीसीटीवी के मिलाकर लगभग 300 से अधिक कैमरों से शहर की निगरानी की जा रही है। इन सभी जानकारियों को पाकर छात्र-छात्राओं ने विभिन्न तकनीकी पहलुओं जैसे आईसीसीसी में प्रयोग किए जा रहे सर्वर सिस्टम, यहां के सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर आदि के बारे में जानने की जिज्ञासा व्यक्त की। स्मार्ट सिटी की एक्सपर्ट टीम ने इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आईसीसीसी में हो रहा प्रयोग और विभिन्न टेक्निकल लैंग्वेज सहित पायथन, लाइनक्स, यूनिक्स, डेटाबेस, नेटवर्किंग आदि का उपयोग कर किए जा रहे कार्यों को आईसीसीसी में उदाहरण देकर समझाया। उन्हें बताया गया की सॉफ्टवेयर में प्रोग्राम कमांड के आधार पर सिग्नलों पर यातायात नियम तोड़ने वालों के एएनपीआर और आरएलबीडी कैमरों की मदद से ऑटोमेटिक ई-चालान वाहन नंबर, वाहन मालिक की जानकारी व फोटो आदि पूरी जानकारी सहित जनरेट होते हैं। इस ज्ञानवर्धक एवं अत्याधुनिक तकनीकी से परिचित कराने वाले  भ्रमण से उत्साहित सभी छात्र-छात्राओं सहित उपस्थित सदस्यों ने यातायात नियमों के पालन करने और जागरूकता लाने हेतु शपथ लेते हुए कहा की स्वयं की सुरक्षा, अपने परिवार की सुरक्षा एवं शहर को सुरक्षित बनाने के लिए यातायात नियमों का पालन करेंगे। सभी ने सागर को स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में अग्रणी बनाने हेतु लिंक व क्यूआर कोड स्केन कर स्वच्छता फीडबैक भी दिया।

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