प्रदेश के बजट की एक तिहाई धनराशि नारी शक्ति को समर्पित है – मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह
लाड़ली बहना योजना उन्मुखीकरण कार्यक्रम सम्पन्न
सागर / परिवार की महिलाओं के हाथ में जब पैसा पहुंचता है तो उसका ठीक सदुपयोग होता है। उनका धन सिर्फ बच्चों और परिवार के पोषण में खर्च होता है और वे विपरीत समय के लिए बचत करके रख पाती हैं। नारी शक्ति का यही गुण लाड़ली बहना योजना का आधार है। यह बात नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर खुरई में आयोजित लाड़ली बहना योजना उन्मुखीकरण कार्यक्रम में नारी शक्ति को संबोधित करते हुए कही।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि केंद्र व राज्य की सरकारों ने इस तथ्य को विश्व भर में रेखांकित किया है कि नारी शक्ति वस्तुतः आधी आबादी है और इस शक्ति को पुरुषों की बराबरी से आगे बढ़ाए बिना समाज और देश आर्थिक या सामाजिक रूप से आगे नहीं बढ़ सकता। यही कारण है कि मध्यप्रदेश सरकार की सभी योजनाओं में महिलाओं की भागीदारी का विशेष रूप से ध्यान रखा जाता है। मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने नारी शक्ति से आग्रह किया कि बेटियों के लिए हर क्षेत्र में अवसर पैदा हो रहे हैं। आप सभी को ध्यान देना है कि बेटियों की शिक्षा और पोषण में कोई बाधा नहीं आए। तभी हमारी बेटियां आगे बढ़कर देश और समाज के लिए पूरी क्षमता से योगदान दे सकती हैं।
नगरीय विकास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि लाडली बहना योजना के फार्म 25 मार्च से हर गांव और हर वार्ड में भरे जाना है। यह फार्म बहुत सरल है। नाम, पिता या पति का नाम, आधार कार्ड का नंबर और समग्र आई.डी. की जानकारी फार्म में देना है। इसके अलावा किसी भी प्रकार का आय, निवास आदि प्रमाण पत्र फार्म के साथ नहीं देना है। जो जानकारी बहनें फार्म में लिख देंगी, उसे समग्र आई.डी. से सर्च करके मान लिया जाएगा। फॉर्म को ऑनलाइन किया जाकर पावती रसीद दी जाएगी। मंत्री श्री सिंह ने बताया कि 30 अप्रैल तक फार्म भरे जाकर, सूची जारी होगी और 10 जून को सभी बहिनों के खाते में एक हजार रूपए महीने की पहली किश्त डाल दी जाएगी। उन्होंने यह जानकारी भी दी कि महिला बाल विकास विभाग की सभी आंगनबाड़ी सहायिकाएं, कार्यकर्ता बहिनें भी लाडली बहना योजना के लिए पात्र होंगी। जिन महिलाओं को 600 रु मासिक पेंशन मिलती है उन सभी को भी 600 रूपए से बढ़ाकर एक हजार रुपए मिलेगा।
मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने खुरई के सरदार वल्लभ भाई पटेल सभागार में उपस्थित सैकड़ों महिलाओं को संबोधित करते हुए जानकारी दी कि मप्र सरकार का इस वर्ष का कुल बजट 3.14 लाख करोड़ रुपए है। इसमें से 1.07 लाख करोड़ रुपए यानि एक तिहाई बजट महिलाओं से संबंधित योजनाओं के लिए सुरक्षित किया गया है। इसमें से 8 हजार करोड़ रूपए लाडली बहना योजना के लिए है। इससे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार के महिला उत्थान के संकल्प का पता चल सकता है। मंत्री श्री सिंह ने बताया कि वृद्धावस्था विधवा पेंशन योजना के लिए 1535 करोड़, कन्या विवाह निकाह योजना में 80 करोड़, लाडली लक्ष्मी योजना में 929 करोड़ प्रसूति सहायता हेतु 400 करोड़, स्वरोजगार योजना हेतु 1000 करोड़ रुपए, गांव की बेटी, प्रतिभा किरण छात्रवृत्ति हेतु 83 करोड़, आजीविका मिशन अनुदान ब्याज भुगतान हेतु 660 करोड़ रुपए के प्रावधान बजट में महिलाओं के लिए हैं। मेरिट में आने वाली बेटियों को अब स्कूटी देने का निर्णय हुआ है। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि सरकार ने निकाय चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत स्थान सुरक्षित किए हैं। यही वजह है कि खुरई नगर पालिका की अध्यक्ष नन्हीं बाई सहित 19 महिला पार्षद नगर पालिका में हैं।
मंत्री श्री सिंह ने कार्यक्रम में लाड़ली बहना योजना के आधिकारिक प्रतीक चिन्ह का लोकार्पण भी किया। उन्होंने महिला दिवस के अवसर पर लाड़ली लक्ष्मी योजना तथा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के स्वीकृति प्रमाण पत्रों का हितग्राहियों को वितरण किया। कक्षा दसवीं की टॅापर बेटियों पायल पुत्री सुनील चढ़ार, पायल पुत्री मनोज अहिरवार, रिमसा पुत्री सलीम खान बेहना, नंदनी दायरे पुत्री भैयालाल दात्रे को प्रशस्ति पत्र और शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया। शिक्षा के क्षेत्र उत्कृष्ट कार्य हेतु श्रीमति नीति नागर, स्वच्छता क्षेत्र में श्रीमति बबली ओमप्रकाश तथा श्रीमति वंदना वाल्मीकि, राजस्व के क्षेत्र में श्रीमति सुमन सैनी और शाहीना खान, एनयूआर में सिटी मिशन मैनेजर श्रीमति पूनम गुप्ता, जनपद सीईओ मीना कश्यप का मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने सम्मान किया।
कार्यक्रम को अपर कलेक्टर श्रीमति सपना त्रिपाठी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ श्री पीसी शर्मा, खुरई नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती नन्हीं बाई अहिरवार, जनपद अध्यक्ष श्री जमना प्रसाद अहिरवार, जिला महिला बाल विकास अधिकारी श्री ब्रजेश त्रिपाठी, सर्व श्री हेमचंद बजाज, राहुल चौधरी, गणमान्य नागरिक उपस्थित थीं।