सागर/प्रयोगशाला प्रभारी / विज्ञान शिक्षकों के द्वितीय चरण का चार दिवसीय प्रशिक्षण शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.वि. सागर में संपन्न हुआ। समापन कार्यक्रम में संयुक्त लोक शिक्षण संभाग सागर के उपसंचालक के प्राचीश जैन एवं प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.वि. के प्राचार्य सुधीर तिवारी एवं जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्य सहायक जिला परियोजना समन्वयक अभय श्रीवास्तव उपस्थित रहे।
चार दिनों में सागर जिले के चार विकासखण्डो रहली, मालथौन, खुरई, राहतगढ़ के 98 विद्यालयों के विज्ञान प्रभारी शिक्षकों ने उपस्थित रहकर प्रशिक्षण प्राप्त किया। जिसमें गणित विषय की कठिन विषयवस्तु को खेल-खेल में दैनिक जीवन से जोड़ रुचिकर तरीके से कैसे विद्यार्थी समझे में बताया गया, भौतिकी में परावर्तन, अपवर्तन प्रकाश के गुण धर्म, प्रतिरोध ज्ञात करना, विद्युत के बारे में शिक्षकों ने जाना, जीवविज्ञान में ब्लड प्रेशर नापना ब्लड ग्रुप पता करना, हीमोग्लोबिन की मात्रा ज्ञात करना बताया गया, रसायन में अम्ल-क्षार की पहचान, उर्ध्वपातन, हाइड्रोजन गैस बनाना सिखाया गया। सभी शिक्षकों ने प्रयोग स्वयं करके देखें।
समापन समारोह में संयुक्त लोक शिक्षण संभाग सागर के उपसंचालक प्राचीश जैन ने शिक्षकों से फीडबैक लिया तथा समझाइश भी दी कि विद्यालयों में जुलाई से समय-सारणी में प्रायोगिक कार्य का कालखण्ड रखे, लॉगबुक, सामग्री वितरण पंजी संधारित करे व प्रयोग कराये। श्री सुधीर तिवारी प्राचार्य एवं नोडल अधिकारी जी ने शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विद्यालय की परिस्थिति कुछ भी हो भौतिक संसाधन जो भी उपलब्ध है उन्हीं में प्रायोगिक कार्य कराना है व विद्यार्थी प्रोजेक्ट एवं प्रायोगिक कार्य करें ऐसा वातावरण विकसित करना है ।अभय श्रीवास्तव ने कहा कि आप लोग अपने विद्यालयों में जाकर जो भी आपने सीखा है उसका लाभ विद्यार्थियों तक अवश्य पहुँचे। इस प्रकार कार्ययोजना बनाकर कार्य करना है, यदि किसी भी प्रकार की परेशानी आती है तो वरिष्ठ कार्यालय को अवगत करायेगे। सभी प्रतिक्षणियों को प्रमाण पत्र उपसंचालक श्री प्राचीश जैन एवं नोडल अधिकारी एवं उत्कृष्ट वि. के प्राचार्य सुधीर तिवारी द्वारा प्रदान किये गये।
मार्गदर्शी शिक्षको ,आर.पी. अग्निहोत्री, सुधा शर्मा, राजीव तिवारी, अनुराग चतुर्वेदी, पुष्पा लोधी, शीलू चौबे, अभिलाषा द्विवेदी ने प्रशिक्षण दिया।