बैंकर्स लाड़ली बहना योजना की पात्र महिलाओं के खाते खोलने को प्राथमिकता दें – कलेक्टर श्री आर्य

सागर/ कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने आज सोमवार को संपन्न हुई बैठक में लाडली बहना योजना की समीक्षा की। बैठक में बैंकर्स को लाड़ली बहना योजना की ऐसी सभी पात्र महिलाओं के खाते खोलने को प्राथमिकता देने के निर्देश दिये हैं, जिनके बैंक खाते नहीं हैं। श्री आर्य ने बैंक अधिकारियों से योजना के तहत पात्र महिलाओं के बैंक खाते से आधार को लिंक करने तथा ई-केवायसी खाते को डीबीटी इनेबल्ड करने में भी सहयोग करने कहा है, ताकि बिना किसी रूकावट के उनके खाते में प्रतिमाह एक हजार रूपये की राशि जमा की जा सके। कलेक्टर ने बैंकर्स से महिलाओं के आर्थिक स्वालंबन तथा उनके और उन पर आश्रित बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सुधार लाने के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा शुरू की जा रही इस योजना के क्रियान्वयन में बैंकों की भूमिका को सबसे महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने बैंक अधिकारियों से सामाजिक दायित्वों का निर्वाह करते हुये इस योजना के क्रियान्वयन में सक्रिय सहभागिता निभाने का आग्रह भी किया।
श्री आर्य ने बैठक में कहा कि बैंकर्स प्रयास करें कि लाड़ली बहना योजना के लिए पात्र महिलाओं के बैंक खाते खोलने तथा खातों को आधार से लिंक करने, ई-केवायसी और डीबीटी इनेबल्ड बनाने की प्रक्रिया एक बार में ही पूरी हो जाये ताकि महिलाओं को दोबारा इसके लिए बैंकों तक न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि यदि इस कार्य में जरूरत हो तो अतिरिक्त अमला भी लगायें। बैंकर्स को यदि कहीं कोई कठिनाई आती है तो इसकी प्रशासन को जानकारी दें ताकि उनका त्वरित निराकरण किया जा सके। कलेक्टर ने बैठक में मौजूद जनपद पंचायतों एवं नगरीय निकायों के अधिकारियों से भी कहा कि लाड़ली बहना योजना की पात्र महिलाओं के आवेदन ऑनलाइन भरने के लिये आयोजित किये जाने वाले शिविरों का कार्यक्रम बैंक अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर ही तय करें।
कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में जिला पंचायत की सीईओ श्री पी.सी. शर्मा, अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी, रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि, लीड बैंक अधिकारी दीपेंद्र यादव, महिला बाल विकास अधिकारी श्रीमती सोनम नामदेव, सभी बैंको के नोडल अधिकारी तथा संबंधित विभागों के जिला अधिकारी भी मौजूद थे।