मधुमक्खी पालन के साथ साथ जैविक खेती की शुरूआत भी करे किसान – कलेक्टर श्री आर्य
सागर/ उद्यानिकी तथा खादय प्रसंस्करण विभाग द्वारा मधुमक्खी पालन सेमीनार 22 फरवरी को कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने समारोह के द्वितीय दिवस का शुभारंभ के पूर्व विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार के स्टालों में उपलब्ध उत्पादों का निरीक्षण एवं किसानों से उनके उत्पाद से संबंधित जानकारी प्राप्त की। उत्पमा सरस्वती के चित्र मल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन करने के उपरांत किसानों को सम्बोधित करते हुये आव्हान किया कि मधुमक्खी पालन एक आय का स्त्रोत हो सकता है आय बढ़ाने के लिए फसलों में परागण के लिए फसलों की पैदावार एवं गुणवत्ता बढ़ाने के लिए भोजन की पौष्टिकता बढ़ाने के लिए पर्यावरण की शुद्धता की जांचने के लिए मन सुनाने के लिए किया जाता है। खेती के साथ साथ आसानी के कर सकते है । भूमि स्वामी एवं भूमिहीन भी इस कार्य को कर सकते हैं ।
कार्यक्रम में जैविक कृषक श्री आनंद सिंह ठाकुर का पुष्पों से कलेक्टर श्री आर्य द्वारा सम्मानित किया गया । सभी प्रतिभागियों को श्री आर्य ने प्रमाण पत्र भी वितरित किये । श्री आर्य ने कहा कि वर्तमान कार्य के साथ साथ किसान भाई मधुमक्खी पालन अवश्य करे। कार्यक्रम में उप संचालक कृषि श्री बी.एल मालवीय , डा. यो.एस. यादव, डा. आशीष त्रिपाठी एवं इंदौर के उमरियाखुर्द से मालवा -प्रांत प्रमुख जैदिक विशेषज्ञ श्री आनंद सिंह ठाकुर उपस्थित थे। श्री ठाकुर ने अपने उद्बोधन में किसानों को जैविक खेती के लाभ एवं अपने द्वारा किये जा रहे प्रयोगों के संबंध में कृषकों को सम्बोधित किया एवं जैविक प्रमाणीकरण कर आय बढ़ाने के हेतु कैसे किसान आगे आ सकते है इस संबंध में जानकारी दी।
प्रशिक्षण में उप संचालक उद्यान श्री महेन्द्र मोहन भटट् ने सभी कृषकों से अनुरोध किया की मधुमक्खी पालन भी अपनी फसलों के साथ साथ प्रारंभ करे जिससे आपकी आय में इजाफा हो साथ ही उद्यानिकी की विभिन्न फसलों हेतु विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का भी लाभ उठाने हेतु प्रेरित किया । कार्यक्रम में दोनों सत्रों मे 220 कृषक विभिन्न विकासखंडो के उपस्थित हुये कार्यक्रम का संचालन उद्यान विकास अधिकारी श्री आर डी चौथे ने किया एवं आभार श्री अशिवनी मोठे द्वारा किया गया । कार्यक्रम में सभी विकासखंडो के वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी एवं उद्यान विस्तार अधिकारी भी उपस्थित रहे ।