सागर

मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रतिदिन पौध-रोपण की गूँज लोकल से ग्लोबल स्तर तक

मुख्यमंत्री श्री चौहान की अपील का प्रदेशवासियों पर होता है आत्मीय प्रभाव

मुख्यमंत्री श्री चौहानमुख्यमंत्री होने के साथसाथ जनजन के सर्वमान्य नेताप्रदेश के बच्चों के मामाबहनों के भाई और प्रदेश के परिवेश में रचेबसे ‍जननायक हैं। प्रदेशवासियों पर उनकी हर अपील का आत्मीय प्रभाव होता है। श्री चौहान ने पौधरोपण के अपने प्रण से जनजन को जोड़ने के लिए लोगों को अपने जीवन के महत्वपूर्ण अवसरों जन्मदिवसविवाह वर्षगांठ तथा अपने परिजनों की स्मृतियों को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए उनकी पुण्य-तिथि पर पौधे लगाने का आहवान किया है। उनके आहवान के परिणामस्वरूप राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में पौधरोपण की गतिविधि को विस्तार मिला। देशदुनिया जब कोरोना से प्रभावित थी तब भी उस काल में कोरोना से बचाव की सावधानियों के साथ पौधरोपण जारी रहा। कोरोना के नियंत्रण में आने के साथ हीजनवरी 2022 से श्यामला हिल्स स्थित स्मार्ट सिटी उद्यान में मुख्यमंत्री के साथ अपने जन्मदिवसविवाह वर्षगांठ या परिजनों की स्मृति में पौधे लगाने के लिए आने वाले लोगों की संख्या बढ़ती चली गई। जनवरी 2022 से अब तक लगभग 1600 से अधिक व्यक्तियों ने उनके साथ पौधे लगाए। इस तरह श्री चौहान का व्यक्तिगत प्रण, समाज का प्रण बन गया।

पौधा लगाने वाले अपने योगदान को डिजिटल स्वरूप में रखते हैं सुरक्षित

पर्यावरण संरक्षण के पावन कार्य में जन-सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एक और नई पहल की है। यह पहल है विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून 2021 से आरंभ किया गया प्रदेशव्यापी अंकुर कार्यक्रम। कार्यक्रम की अनूठी बात यह है कि लोग पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण के महायज्ञ में अपने योगदान को डिजिटल स्वरूप में सुरक्षित रख सकते है। इसके लिए वायुदूत एप पर रजिस्ट्रेशन कराकर स्वयं के द्वारा लगाए गए पौधे की फोटो अपलोड करने की व्यवस्था है। पौधा लगाने के बाद उसकी देखरेख की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिभागियों के लिए निश्चित समयावधि के बाद पुनफोटो अपलोड करने के साथ ही चयनित लोगों को प्राण वायु अवार्ड से सम्मानित करने की व्यवस्था भी है।

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने भी लगाया भोपाल में पौधा

मुख्यमंत्री श्री चौहान स्वयं के द्वारा किये गये पौधरोपण से प्रदेशवासियों को भी इस महत्वपूर्ण और मानवसेवी गतिविधि से जोड़ने में सफल हुए हैं। यही नहीं एक राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं प्रतिदिन पौधरोपण और फिर उसमें जन-सहभागिता से देशविदेश में मध्यप्रदेश, पर्यावरण-संरक्षण के लिए एक संवदेनशील और प्रतिबद्ध ब्राण्ड के रूप में स्थापित हुआ है। श्री चौहान ने प्रत्येक प्रमुख अवसर पर अपने पौधरोपण के प्रण को पूरी प्रभावशीलता के साथ प्रकट किया। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने स्वयं भोपाल के स्मार्ट सिटी उद्यान में बरगद का पौधा लगाया। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेलमुख्यमंत्री श्री चौहान तथा केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा भी राष्ट्रपति के साथ पौधरोपण में शामिल हुए और पीपल तथा कचनार के पौधे लगाए। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु द्वारा मध्यप्रदेश की पावन धरती पर पौधरोपण के लिए उनका आभार मानते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा था कि इससे हमारे उस अभियान को बल मिला हैजो हर व्यक्ति को महत्वपूर्ण अवसर पर पौधे लगाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से संचालित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री के साथ देशविदेश के लोगों ने किया है पौधरोपण

हाल ही में मध्यप्रदेश को कई प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों की मेज़बानी का अवसर प्राप्त हुआ। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में जहाँ देशविदेश के प्रमुख उद्योगपति और निवेशक मध्यप्रदेश में आए, वहीं विदेश मंत्रालय द्वारा इंदौर में आयोजित 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में गुयाना गणराज्य के राष्ट्रपति डॉमोहम्मद इरफ़ान अलीसूरीनाम गणराज्य के राष्ट्रपति श्री चंद्रिकाप्रसाद संतोखी तथा विश्व के लगभग सभी प्रमुख देशों में फैले प्रवासी भारतीयमध्यप्रदेश आये। खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 का आयोजन प्रदेश के सात शहरों, जी-20 के कृषि कार्य समूह बैठक का आयोजन इंदौर में और जी-20 के ही थिंक-20 की बैठक भोपाल में हुई। साथ ही भारत सरकार द्वारा वॉटर विज़न समिट और अन्य राष्ट्रीय स्तर की बैठकें प्रदेश में आयोजित की गई। इन आयोजनों में देशविदेश से आए प्रतिनिधि मंडलों के सदस्य और गणमान्य नागरिकों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान की पर्यावरण-संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को देखकर स्वयं आगे आते हुए भोपाल और इंदौर में पौधरोपण में शामिल हुए। परिणामस्वरूप मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रतिदिन पौधरोपण के प्रण की गूँज लोकल से कहीं आगे जाकर ग्लोबल स्तर तक हो रही है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ हार्ट फुलनेस संस्थान के वैश्विक अध्यक्ष परम पूज्य दाजी श्री कमलेश पटेलपरम पूज्य सदगुरु श्री जग्गी वासुदेव ने भी पौधे लगाए। इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र के पर्यावरण कार्यक्रमों के कार्यकारी निदेशक रहे श्री एरिक सॉल्हिमसाउथ अफ्रीका टूरिज्म की हब प्रमुख सुश्री नेलिस्वा जकाबीविज्ञापन जगत की जानी-मानी हस्ती पद्मश्री पीयूष पाण्डेयकश्मीर फाईल्स के निदेशक श्री विवेक अग्निहोत्रीफिल्म अभिनेता श्री अक्षय कुमार सहित खेलकला-संस्कृतिशिक्षा जगत और राजनैतिक क्षेत्र के लब्ध प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने भी मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ पौधरोपण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान से प्रेरणा लेकर प्रदेश में “आओ पेड़ लगाएं-हरा भरा मध्यप्रदेश बनाएं” तथा “एक पेड़-एक जिन्दगी” अभियान संचालित किए गए।

पौधरोपण में स्थानीय जलवायु और परिवेश के लिए उपयुक्त पौधों को प्राथमिकता

मुख्यमंत्री श्री चौहान पौधरोपण में स्थानीय जलवायु और परिवेश के अनुरूप पौधे लगाने को प्राथमिकता देते हैं। उनका मानना है कि पेड़ मनुष्यों को तो जीवन देते ही हैं। पशुपक्षीजीवजंतुकीटपतंगों को भी आश्रय और जीवन प्रदान करते हैं। अमरकंटक में 19 फरवरी 2021 को नर्मदा जयंती पर गुल बकावली और साल का पौधा लगाकर आरंभ अपने प्रण की पूर्ति के उपक्रम में श्री चौहान ने पारिजातसप्तपर्णीअशोककदम्बहरसिंगारबेल पत्रमौलश्रीशीशममुनगाकरंजगुलमोहरकचनारहर्रमधुकामिनीअर्जुननीमआंवलाविलायती इमलीहल्दूनीला गुलमोहरबॉटल ब्रशकपूर आदि के पौधे लगाए हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अन्य राज्यों में भी रोपे हैं पौधे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रवास के दौरान भी पौधरोपण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश के बाहर प्रवास के दौरान गुजरात के भरूच स्थित मनन आश्रमतमिलनाडु के गोड़ादेवी मंदिरहरिद्वारवाराणसीशिर्डीनासिकचिन्नाजीयर स्वामी आश्रम हैदराबादमाँ त्रिपुर सुंदर मंदिर त्रिपुराकान्हा शांति वनमहार्टफुलनेस संस्थान हैदराबादमाँ अमृतानंदमयी मठ परिसर केरलपुदुचेरी और चैन्नई सहित अन्य स्थानों में भी पौधे लगाकर प्रतिदिन पौधे लगाने के अपने प्रण को निरंतर रखा है। प्रतिदिन पौधे लगाने का उनका क्रम निरंतर न केवल जारी है बल्कि प्रदेशवासियों को भी अनुप्राणित कर रहा है। भोपाल में श्री चौहान के साथ ही नहीं प्रदेश के अन्य शहरों, नगरों, कस्बों और गाँवों में भी लोग अपने जीवन के विशिष्ट अवसरों और परिजनों की स्मृति में बड़ी संख्या में पौधे लगाकर उनकी देखभाल कर रहे हैं। श्री चौहान का प्रतिदिन पौधा लगाने का उपक्रम और उसमें बढ़ती जन-सहभागिता इस बात का भी प्रतीक है कि एक व्यक्ति का सच्चे मन से किया गया सार्थक प्रयास कैसे सामूहिकता का रूप ले लेता है।

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