मौसमी फल लें, सौंफ खाएं, डायबिटीज नहीं होगी; जानें-क्यों बार-बार मीठा खाने का करता है मन
नई दिल्ली/ मीठे को हमेशा सेलिब्रेशन से जोड़कर देखा जाता है। इसलिए जब भी कुछ अच्छा या शुभ होता है तो लोग मीठा खाते-खिलाते हैं, लेकिन यही मीठा आपके हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है और इससे आपका वजन भी बढ़ सकता है।
क्या आप भी उन लोगों में से हैं, जिन्हें मीठा बहुत पसंद है। क्या आपको भी बार-बार मीठे की क्रेविंग होती है। अगर ऐसा है तो डायटीशियन कामिनी सिन्हा बता रही हैं कि आखिर मीठे की क्रेविंग क्यों होती है और आप इसे कैसे रोक सकते है। इसके अलावा जानिए ऐसी कौन सी चीजें हैं, जो आप मीठे के सब्स्टीट्यूट के तौर पर डाइट में शामिल कर सकते हैं।
क्यों होती है मीठे की क्रेविंग जब भी कोई मिठाई या चॉकलेट खाते हैं तो कुछ ही देर बाद उसे दोबारा खाने की क्रेविंग होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि अधिक कार्बोहाइड्रेट होने के कारण ये आपके टेस्ट बड्स को शांत कर के फील गुड हार्मोन्स ‘सेरोटोनिन’ रीलिज करता है। इसके अलावा ये शरीर को इंस्टैंट एनर्जी भी देता है। मगर, ये एनर्जी उतनी ही जल्दी यूज हो जाती है और इसलिए दोबारा मीठा खाने की क्रेविंग होने लगती है।
इसके अलावा हम जब स्ट्रेस में होते हैं तब कोर्टिसोल और एड्रोनालिन हार्मोन ज्यादा रिलीज होते हैं। जिसके कारण बॉडी का बैलेंस बिगड़ जाता है। हमारे शरीर में ब्लड प्रेशर और इंसुलिन का स्तर बढ़ जाता है। इससे मीठा खाने की क्रेविंग होने लगती है। इसके अलावा शरीर में ग्लूकोज का स्तर बिगड़ने पर भी मीठा खाने की क्रेविंग होती है।
इन टिप्स को फॉलो कर के मीठा खाने की क्रेविंग पर करें कंट्रोल पर्याप्त पानी पिएं- पानी आपके मीठा खाने की क्रेविंग का बेस्ट इलाज हो सकता है। ये शरीर बिगड़े हुए इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा को बैलेंस करता है। इसके साथ ही पानी पीते ही पेट भर जाता है, जिससे मीठे की क्रेविंग खत्म हो जाती है।
मीठे की जगह फल या ड्राई फ्रूट्स खाएं- मीठा खाने की क्रेविंग होने पर हेल्दी चीजों को चूज करें। मीठे की जगह फल, ड्राई फ्रूट्स खासकर के किशमिश के 2 से 3 दाने, अंजीर या मुनक्का खाएं। इससे आपका पेट लंबे समय तक भरा रहेगा। साथ ही इसकी मिठास से आपकी शुगर क्रेविंग कम करने में मदद मिलेगी।
अचानक मिठाई या चॉकलेट खाने का मन करे तो पानी पिएं और अपना कोई फेवरेट फ्रूट खाएं। नींद पूरी करें और स्ट्रेस को दूर भगाएं- नींद पूरी न होने से भी कई बार मीठा खाने की क्रेविंग बढ़ जाती है। इसलिए 7ल से 8 घंटों की नींद जरूर लें। इससे आपकी क्रेविंग अपने आप कम होने लगेगी। इसके अलावा स्ट्रेस के कारण भी मिठाई या चॉकलेट खाने का मन करता है। इसलिए कोशिश करें कि डेली मेडिटेशन या योग करें ताकि स्ट्रेस ना हो।
सुबह नाश्ता जरूर करें- दिन भर मीठा खाने की क्रेविंग पर कंट्रोल करने के लिए सुबह के समय नाश्ते में हेल्दी चीजों को शामिल करें। इससे पेट भरा रहेगा और क्रेविंग नहीं होगी। इसके अलावा अगर डायबिटीज है और मीठे की क्रेविंग होती है तो सौंफ, गुड़ या शहद को डेली डाइट में शामिल करें।
कब डॉक्टर देते हैं मीठा खाने की सलाह मीठा पहला ऐसा टेस्ट है, जो इंसान के अंदर डेवलप होता है। मीठा बॉडी में ‘एंडोर्फिंस’ नाम का भी हार्मोन रिलीज करने में मदद करता है, जो हमें रिलैक्स करता है। यही कारण है कि कई बार मूड लिफ्ट करने के लिए भी डॉक्टर्स मीठा खाने की सलाह देते हैं।
लो ब्लड प्रेशर के मरीजों को भी डॉक्टर्स चीनी वाले फूड आइटम्स और ड्रिंक लेने की सलाह देते हैं। दरअसल, चीनी यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाने का काम करती है, जिससे ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाते हैं और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।