सागर/वन ग्रामों का राजस्व अधिकारी वन अधिकारियों के साथ मौके पर जाकर निरीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें ।उक्त निर्देश कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने वन अधिकार समिति की बैठक में दिए ।
इस अवसर पर श्री नवीन गर्ग, श्री डीएस डोडवे ,श्री आदित्य सोनाकिया, श्री आरके श्रुति सहित वन समिति के सदस्य मौजूद थे ।
कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने कहा कि वन ग्रामों को राजस्व ग्राम में परिवर्तन करने के लिए राजस्व अधिकारी वन अधिकारियों के साथ मौके पर जाकर निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि विकासखंड बीना ,शाहगढ़, मालथौन , केसली के ग्रामों को वन ग्राम से राजस्व ग्राम में परिवर्तन करना है ।उन्होंने कहा कि ग्राम जुगपुरा ,खेरवाहा, उमावाडा, झरिया खेड़ा ग्रामों को राजस्व ग्राम बनाने के लिए सभी अधिकारी मौके पर जाकर निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि वन अधिकार अधिनियम अंतर्गत पूर्व के दावे एवं वन मित्र पोर्टल के माध्यम से पूर्व के अमान्य दावों पर पुनः परीक्षण की कार्यवाही की जावे। उन्होंने कहा कि वन मित्र पोर्टल के माध्यम से निराकरण हेतु 1102 दावो का निराकरण किया जाना है ।
बैठक में बताया गया कि वन मित्र पोर्टल पर लंबित जनजाति वर्ग के दावे, जिनका निराकरण उपखंड समिति में किया जाना है, उन प्रकरणों के निराकरण हेतु कार्यवाही की जा रही है।