सागर/स्वच्छ सर्वेक्षण सिर्फ शासकीय स्तर पर किए जा रहे प्रयासों तक सीमित न होकर इस कार्य में आम जनता की सहभागिता और स्वच्छता के प्रति उनका जागरूक होना जरूरी है ताकि नागरिक स्वयं आगे आकर सिर्फ शासकीय प्रयासों पर निर्भर न रहकर अपने घर- वार्ड और नगर को साफ- सुथरा और स्वच्छ बनाने के लिए सहयोग करें, इसलिए स्वच्छ सर्वेक्षण के जो भी घटक हैं उनमें शासकीय प्रयासों के अलावा नागरिक सहभागिता को शामिल करते हुए कार्य करने पर जोर दिया गया है ।
नगर निगम आयुक्त श्री चंद्रशेखर शुक्ला द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों में आम नागरिकों की अधिक से अधिक सहभागिता कर उन्हें स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं जिसके परिणाम स्वरूप नागरिकगण वार्ड में जाने वाली कचरा गाड़ी में ही कचरा डाल रहे हैं। इन कचरा गाड़ी में अलग-अलग प्रकार के कचरे को डालने के लिए 5 रंगों के बॉक्स लगाए गए हैं ,जिसमें सूखा कचरा, गीला कचरा, घरेलू हानिकारक कचरा, सेनेटरी वेस्ट और इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट कचरा डाला जाता है ।
कचरा कलेक्शन के दौरान मिलने वाले प्लास्टिक कचरे का पुनःचक्रण कर उससे उपयोगी सामग्री बनाने हेतु एम-आर-एफ -प्लांट भेजकर उपयोगी सामग्री बनाई जा रही है इसके साथ ही घर से निकलने वाली ऐसी सामग्री जो पुनः उपयोग में लाई जा सकती है उसके लिए नागरिकों को 3- आर की अवधारणा के अनुसार उपयोगी बनाने जागरूक भी किया जा रहा है।
नागरिकों को जीरो वेस्ट के बारे जानकारी हेतु जागरूकता अभियान चलाकर समझाइश दी जा रही है कि वे धार्मिक, सामाजिक, वैवाहिक कार्यक्रमों में अमानक प्लास्टिक से बने बर्तनों का उपयोग न करें।
शहर की सफाई व्यवस्था के अंतर्गत नगर निगम द्वारा सार्वजनिक क्षेत्रों में सुबह और शाम की पारी में सफाई कराई जा रही है इसके साथ ही व्यवसायिक क्षेत्रों में रात्रि कालीन सफाई के साथ ही रोड स्वीपिंग मशीन से मुख्य मार्गों की सफाई कराई जा रही है । निगम द्वारा शहर के नाले -नालियों की सफाई हेतु विशेष सफाई अभियान प्रारंभ किया गया है जिसके तहत नाला- नालियों की सफाई की जा रही है तथा नालों में पॉलिथीन/ कचरे की रोकथाम हेतु जाली लगवाई गई है , जिससे नालियों में कचरे को जाने से रोका जा सके।