शिवराज बोले- आतंक-अन्याय का अंत करने मोदी-शाह आए

सतना/ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह माता शबरी जयंती पर सतना में आयोजित कोल जनजाति महाकुंभ में पहुंचे हैं। यहां उनका भव्य स्वागत किया गया। कोल समाज की 51 बेटियों ने गृहमंत्री को फूल देकर उनकी अगवानी की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कार्यक्रम में मौजूद है। दोनों नेताओं ने मंच पर कन्या पूजन भी किया।
अमित शाह का संबोधन – अमित शाह ने भारत माता के जयकारे के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि यहां के जयकारे की आवाज मेघालय तक जाना चाहिए, मोदी जी आज मेघालय में हैं। शाह ने शिवराज को गरीबों के हितैषी और मप्र का लोकप्रिय मुख्यमंत्री कहा।
शाह ने कहा कि मैं तीसरी बार मां शारदा की धरती पर आया हूं, जब भी आया, तब नई ऊर्जा लेकर गया हूं। आप भाग्यशाली हैं कि आप उनके सानिध्य में रहते हैं। शाह ने कहा मैं शिवराज सिंह और भाजपा सरकार को धन्यवाद देता हूं, क्योंकि उन्होंने आपकी सारी जरूरतें पूरी की है। जब जबलपुर आया था, तब शिवराज ने 14 घोषणाएं की थीं। मुझे लगा था कि मेरी उपस्थिति में शिवराज जी घोषणाएं कर रहे हैं। यदि पूरी नहीं हुई तो आदिवासी भाई बहन मुझे पकड़ेंगे। आज शिवराज ने उन्हें पूरा कर हिसाब दे दिया। यही भाजपा की विशेषता है।
जब आपने 2014 में मोदी की सरकार पहली बार बनाई, तब मोदी ने कहा था कि ये सरकार आदिवासियों, पिछड़ों और गरीबों की सरकार है। आज 9 साल बाद जब पीछे मुड़कर देखते हैं तो पता चलता है कि एक एक बात को पूरा कर जमीन पर उतारने का काम किया गया है।
शाह ने कहा- मोदी सरकार ने देश में 10 करोड़ शौचालय बनवाए। सबसे अधिक शौचालय जनजाति भाइयों के घर में बने। मोदी जी ने कोरोना का टीका दिलाया और पूरे भारत को कोरोना से सुरक्षित किया। 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा करवाया। हर गरीब के घर में 5 किलो मुफ्त अनाज ढाई साल से दिया जा रहा है। देश के 80 करोड़ लोगों को राशन मिल रहा है।
आतंक, अन्याय और भ्रष्टाचार का अंत करने मोदी-शाह आए
सभा को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में अमित शाह ने नया भारत गढ़ दिया है। सीएम ने भगवान राम के भाई लक्ष्मण के साथ माता सबरी की कुटिया में पहुंचने और उनके झूठे बैर खाने का प्रसंग भी सुनाया।
प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह इसलिए आएं, क्योंकि आतंक, अन्याय और भ्रष्टाचार का अंत करना था। गरीबों को भोजन मिल जाए। गरीब का इलाज हो जाए, कश्मीर से धारा 370 समाप्त हो जाए, इसलिए मोदी आए, शाह आएं।
सीएम ने कहा कि डेढ़ साल पहले 18 सितंबर को शाह जबलपुर आये थे, तब संकल्प लिया था कि जनजाति समाज का जीवन बदलेंगे। हमने 14 संकल्प लिए थे, उसी के तहत पेसा एक्ट लाए। हमें और संकल्प लेने है, ताकि जनजातियों का उत्थान हो। विन्ध्य में कोल राजा थे। रीवा जिले में कोलगढ़ी बनी है, लेकिन उसकी हालत जर्जर है। हम उसका जीर्णोद्धार कराएंगे। राजा नागर कोल की गढ़ी की मरम्मत कराएंगे, बाउंड्री बनाएंगे, पार्क बनाएंगे और मां शबरी की प्रतिमा स्थापित करेंगे। कोल समाज के इतिहास को दर्शाएंगे, अंतिम कोल राजा के तैल चित्र को भी वहां लगवाया जाएगा। सरकार इसमें साढ़े 3 करोड़ खर्च करेगी।