सागर/कोरोना काल की भयावह तस्वीर किसे न याद होगी। जब लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के चलते छोटा-मोटा व्यवसाय करने वालों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। उनकी आर्थिक स्थिति भी डांवाडोल हो गई थी। ऐसे समय पी.एम. स्वनिधि योजना से मिले ऋण से सागर जिले के शाहपुर के वार्ड क्रं. 2 में रहने वाले राजेन्द्र मिश्रा के जीवन में किसी आर्थिक संबल से कम सिध्द नहीं हुई।
नगर परिषद के दफतर में जब पी.एम. स्वनिधि योजना में लोगों से स्वरोजगार के लिए आवेदन लिए जा रहे थे, तब नाष्ते की दुकान चलाने वाले राजेन्द्र मिश्रा ने भी अपना आवेदन दस्तावेजों के साथ जमा किया था। स्थल निरीक्षण के बाद स्वरोजगार के लिए बैंक ऋण हेतु उसे पात्र पाया गया था। बैंक ने उसे 10 हजार का ऋण स्वीकृत किया, जिससे उसे नाष्ते की दुकान चलाने में सुविधा हुई। कोरोना काल में जितनी आर्थिक स्थिति बिगड़ी थी, वह अब ऋण प्राप्त होने से सुधर चुकी है। राजेन्द्र नियमित रूप से बैंक ़ऋण की किस्त भी चुका रहा है। वह और उसका परिवार अब खुश है।