सागर/ इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर द्वारा एकत्र डेटा का उपयोग करके विभिन्न विभागों की नागरिक सेवाओं के बेहतर प्रबंधन और नागरिक-केंद्रित नवाचार को बढ़ावा देने के लिए इंडिया अर्बन डेटा एक्सचेंज (आईयूडीएक्स) के माध्यम से अग्रणी डेटा लोकतंत्रीकरण प्रयासों के लिए केन्द्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी एंड मिशन डायरेक्टर श्री कुनाल कुमार एवं चंडीगढ़ के मेयर श्री अनूप गुप्ता ने सागर स्मार्ट सिटी को सर्टिफिकेट ऑफ अप्रिशिएशन से सम्मानित किया गया। चंडीगढ़ में आयोजित डेटा और टेक्नोलॉजी पर स्मार्ट सिटी सीईओ के दो दिवसीय सम्मेलन में कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ सागर स्मार्ट सिटी श्री चंद्र शेखर शुक्ला के निर्देशानुसार शामिल हुए सागर स्मार्ट सिटी के ई-गवर्नेंस मैनेजर श्री अनिल शर्मा ने इस सर्टिफिकेट ऑफ अप्रिशिएशन को प्राप्त किया। इस कार्यक्रम में भारत के 100 स्मार्ट शहरों के 200 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
आईसीसीसी में इंटीग्रेट विभिन्न सेवाओं सॉलिड बेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम अंतर्गत डोर टू डोर कचरा गाड़ियों की सतत् मॉनीटरिंग, इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, सीएम हैल्पलाइन एवं कोविड महामारी व वेक्सीनेशन आदि के बेहतर प्रबंधन के साथ ही सागर को डेटा-संचालित शहर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इंडिया अर्बन डेटा एक्सचेंज कांटेस्ट में सागर स्मार्ट सिटी ने सहभागिता करते हुए शहर और शहर विकास से जुड़ा डेटा जैसे शहरी जनसंख्या और इसके अनुपात में सड़क नेटवर्क का विकास, शहर में कुल वार्ड, स्वच्छता व्यवस्था, पेयजल श्रोत व आपूर्ति, बिजली आपूर्ति, स्वास्थय सेवाओं की व्यवस्था, यातायात व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था आदि से संबंधित डेटा सबमिट किया था। एक समृद्ध डेटा इकोसिस्टम मूल्यवान डेटा उत्पन्न करता है जो शहर की विभिन्न जटिल शहरी चुनौतियों का समाधान करने, शहरी क्षेत्र के विभिन्न पहलुओं में एकीकृत विकास स्थापित करने और उन्हें नवाचार के अगले चरण में ले जाने के लिए डेटा का उपयोग करने में मदद करता है। सागर स्मार्ट सिटी का यह एकत्र डेटा महत्वपूर्ण निर्णय लेने और अनुसंधान के लिए सहयोगी होगा।
बता दें की इंडिया अर्बन डेटा एक्सचेंज (आईयूडीएक्स) भारतीय शहरों को डेटा एक्सचेंज प्लेटफॉर्म प्रदान करने के लिए भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय की एक पहल है। आईयूडीएक्स शहरों, अर्बन गवर्नेंस और अर्बन सर्विसेज के वितरण से संबंधित डेटासेट को साझा करने, एक्सेस करने के लिए नगरीय निकायों सहित डेटा प्रदाताओं और डेटा उपयोगकर्ताओं के लिए एक सहज इंटरफ़ेस के रूप में कार्य करता है। इसे स्मार्ट सिटीज मिशन द्वारा विकसित किया गया है और भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), बेंगलुरु द्वारा कार्यान्वित किया गया है।