200 वर्ष पुराने मंदिर में 36 वर्षों से निकल रही शिव बारात

bhopal/
200 वर्ष पुराने बड़वाले महादेव मंदिर में विगत 36 वर्षों से भगवान श्री बटेश्वर की शिव बरात निकाली जा रही है। प्रथम शिव बारात लकड़ी की पालकी में स्वर्गीय गणेश दादा, हरी गुप्ता व उनके अन्य साथियों के द्वारा निकाली गई थी। तीन वर्ष बाद स्वर्गीय शिव नारायण अग्रवाल (चाचा) ने बरात को भव्य स्वरूप देना प्रांरभ किया। फिर भवानी मंदिर में वरमाला एवं माता जी की विदाई का कार्यक्रम शुरू हुआ। समाजसेवी व मंदिर ट्रस्ट के सदस्य प्रमोद नेमा ने बताया कि 22 वर्ष से 21 दिवसीय महोत्सव मनाया जाने लगा जिसका शुभारंभ 13 फरवरी को गणेश पूजन के साथ शुरू हो चुका है। चार मार्च को होली उत्सव के साथ समापन होगा। लगभग 25 वर्ष पूर्व शिव बरात को भव्य स्वरूप देने के लिए राजस्थान के कारीगरों द्वारा निर्मित ढाई क्विंटल नंदी महाराज पर दूल्हा स्वरूप में सवार बाबा श्री बटेश्वर की रजत प्रतिमा को हस्त चलित रथ पर विराजमान कर बारात निकाली जाने लगी। इसके बाद से ही शिव-विवाह के विभिन्न प्रसंगों का प्रारंभ हुआ। शिव बारात में लोक नृत्य, ओम नमः शिवाय मंडल, लेजम पार्टी, पुलिस बिगुल, भगवान ब्रह्मा ,विष्णु ,राम दरबार, राधा कृष्ण एवं देश के विभिन्न मंदिरों की झांकियां भी आकर्षण का केंद्र होती हैं। पुराने शहर से निकाले जाने वाली श्री बटेश्वर की सवारी का बड़ी संख्या में धर्मा नुरागीयों द्वारा पूजन किया जाता है। करीब 200 संस्थाएं भी मंच लगाकर भव्य बारात का स्वागत करती है।