जीडीएम दिवस के अवसर पर जन-जागरूकता रैली आयोजन
सागर / जीडीएम दिवस के अवसर पर आज जिला चिकित्सालय परिसर में जन-जागरूकता रैली को डॉ.नीना गिडियन संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाये एवं डॉ.ममता तिमोरी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। रैली जिला चिकित्सालय परिसर के परिवार कल्याण केन्द्र में समाप्त हुई ।
संयुक्त संचालक डॉ. नीना गिडियन ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान डायबिटीज की जांच अवश्य कराना चाहिए। साथ ही गर्भावस्था के दौरान महिला को पौष्टिक भोजन करना चाहिए। इसमें मिठाई, चावल आदि नहीं खाना हैं। गर्भावस्था में डायबिटीज होने का खतरा होता हैं, इसकी पहचान गर्भावस्था के दौरान होने वाली जॉंचों के साथ बहुत आसानी से की जा सकती हैं। यह जॉंच सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में एवं ऑंगनवाड़ी में मुफत उपलब्ध होती हैं। जिन महिलाओं को गर्भावस्था के समय डायबिटीज होती हैं उनमें से 50 प्रतिशत को अगले 5 साल में डायबिटीज हो सकती हैं ,इन महिलाओं के शिशुओं में भी आगे चलकर डायबिटीज होने का खतरा सामान्य शिशुओं की तुलना में 8 गुना ज्यादा होता हैं। सभी गर्भवती महिलायें स्वास्थ्य संस्थाओं पर उपलब्ध जॉंच करवायें एवं इसके प्रति अन्य महिलाओं को भी जागरूक करें। ताकि मातृ मृत्युदर एवं शिशु मृत्युदर कम की जा सके।
उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में सीएचओ, एएनएम, आशा कार्यकर्त्ता को निर्देश हैं कि वह अपने-अपने क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं की डायबिटीज की जांच अवश्य कराये और जिन महिलाओं को डायबिटीज हैं ।गर्भवती होती हैं उन्हें विषेष ध्यान देकर सेवायें प्रदान की जावे और ऐसी गर्भवती महिलायें जिनक प्रसव समय से पूर्व होता हैं शिशु भी कमजोर होता हैं गर्भावस्था के दौरान डायबिटीज की जॉंच अवश्य की जावे ताकि ऐसी महिलाओं एवं उनके शिशु की सुरक्षा की जा सकें तभी मातृ मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर में कमी की जा सकती हैं
रैली में डॉ.किरन ठाकुर, डॉ.सुनील जैन जिला क्षय अधिकारी, डॉ. संतोष पटैल, जॉली शाबू डीपीएचएनओ, आर.के. जडिया, हेमराज अहिरवार, एपीएम, पीएचएम, सिस्टर टियूटर एवं समस्त सीएचओ तथा आशा कार्यकर्ता उपस्थित रही।