सागर

शारीरिक समस्याओं के साथ मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें तो सुखी जीवन जी सकते हैं : डॉ. अवनीश जैन

विचार समिति कार्यालय में ‘हेल्थ केयर’ पुस्तक का विमोचन

सागर। विचार समिति कार्यालय में ‘हेल्थ केयर’ (स्वास्थ्य सुविधाओं के हर पहलू को कवर करने वाला शोध कार्य) पुस्तक का विमोचन किया गया। ‘हेल्थ केयर’ पुस्तक की लेखिका रिसर्च एण्ड डॉक्यूमेंटेशन हेड वंशिका महाना एवं विचार समिति सचिव आकांक्षा मलैया है।
आज के समय में बदलती जीवन शैली और पर्यावरण प्रदूषण के कारण शारीरिक, मानसिक एवं भावनात्मक रूप से विभिन्न रोग बढ़ते जा रहे हैं। यदि हम सिर्फ शारीरिक समस्याओं को ध्यान देने के साथ मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखेंगे तो सुखी और समृद्ध जीवन जी सकेंगे। हमें सिर्फ बीमार होने पर ही अपने स्वास्थ्य की ओर हमारा ध्यान जाता है। यदि स्वस्थ्य आदमी थोड़े प्रयास करें तो वह रोगों से दूर ही रहेगा। उक्त विचार विमोचन करते हुए डॉ.अवनीश जैन अन्तरराष्ट्रीय वास्तु एवं पर्यावरण विद् ने रखे । विचार समिति संस्थापक अध्यक्ष कपिल मलैया ने पुस्तक के मुख्य पहलुओं के बारे में बताते हुए कहा कि स्वास्थ्य पूर्ण शारीरिक, मानसिक और सामाजिक कल्याण की स्थिति है। स्वास्थ्य व्यक्ति के अनुवांशिक, जीवन शैली और पर्यावरण की जटिल संबंध को दर्शाता है। जैसा कि आम तौर पर एक व्यक्ति का स्वास्थ्य दो बातों पर निर्भर करता है निर्धारक और हस्तक्षेप। पुस्तक में भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र पर किए गए विस्तृत शोध को शामिल किया गया है। यह ग्रामीण भारत में गैर-सरकारी संगठनों द्वारा संचालित प्राथमिक शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करती है। कोविड-19 और इसके प्रभाव के बारे में बहुत सी जानकारी सम्मलित है। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र से जुड़े छात्रों, युवाओं, पेशेवरों, शोधकर्ताओं अन्य सभी के लिए उपयोगी साबित होगी। इस अवसर पर समिति कार्यकारी अध्यक्ष सुनीता अरिहंत, भाग्य श्री राय, राहुल अहिरवार, रविंद्र ठाकुर, विनय चौरसिया, पूजा प्रजापति, रितु पटेल, पूजा लोधी आदि उपस्थित थीं।

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