सागर/ सागर जिले के नगर पालिका परिषद रहली के वार्ड क्रमांक 5 में रहने वाले चंद्रकांत अहिरवार पहले मनिहारी का सामान रखकर गली- गली, मोहल्ले मोहल्ले घूमता था, परंतु फैशन के इस दौर में ग्राहक उससे नई डिजाइन की सामग्री मांगते थे। नई डिजाइन की सामग्री की पूर्ति वह नहीं कर पाता था। चंद्रकांत की इतनी बिक्री भी नहीं होती थी, जितनी की मेहनत करता था। पथ विक्रेता प्रशिक्षण के दौरान चंद्रकांत को ऋण आवेदन प्राप्त हुआ तो उसने नगरपालिका, रहली में आवेदन जमा किया। बैंक द्वारा परीक्षण के उपरांत चंद्रकांत का ऋण स्वीकृत हो गया। अब चंद्रकांत तरह-तरह की वैरायटी में बैंटेक्स का सामान व चूड़ी विक्रय करने लगा है। मेले व हॉट बाजार में दुकान लगाकर उसकी अच्छी खासी अच्छी बिक्री होने लगी है ।चंद्रकांत कहता हैं कि अब उसकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी हो गई है ।बैंक की किस्त चुकाने के बाद वह घर का खर्च अच्छे से चला रहा है । चंद्रकांत का यह भी कहना है कि शासन की यह योजना गरीबों के हित में है। इससे उसका जीवन स्तर पहले से बेहतर हो गया है।