राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने ग्राम किटुआ में सामूदायिक स्वच्छता परिसर का लोकार्पण और आंगनवाडी भवन का भूमि पूजन किया
विकास यात्रा में विकासखंड राहतगढ के अनेक ग्रामों में पहुंचे लाखों रू. के विकास कार्यो की सौगातें दी
सागर /सागर जिले में निकाली जा रही विकास यात्रा के तहत राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिह राजपूत ने आज विकासखंड राहतगढ के विभिन्न ग्रामों का भ्रमण किया। उन्होने इन ग्रामों में लाखों रू. की विकास कार्यो की सौगातें दी। राजस्व मंत्री विकास यात्रा के साथ आज किटुआ, कोलुआ, ककरूआ, बरबटू, परासरीत्योदा और सेनपा ग्राम पहुंचे। उन्होंने गा्रमीणों से संपर्क किया और विकास योजनाओं की जानकारी साझा की। उन्होंने गा्रम किटुआ में 3 लाख 62 हजार की लागत से बने सामूदायिक स्वाच्छता परिसर का लोकार्पण और साढे नौ लाख रू. से बनने वाले आंगनबाडी भवन का भूमिपूजन किया। उन्होंने यहां पर रविदास मंदिर के निर्माण के लिए 3 लाख रू. की राशि देने की घोषणा भी की।
इस अवसर पर श्री संजय पटेल, विजय सिंह पटेल, रामशरण दास, अमित राय, विनोद कपूर, विनोद ओसवाल, भगवान सिंह देवेन्द्र रधुवंशी, नारायण सिंह ठाकुर सहित अन्य जनप्रतिनिधि तहसीलदार वैभव बेरागी, जनपद सीईओ सुरेश प्रजापति सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने ग्राम किटुआ में विकास यात्रा की शुरूवात संत रविदास के चित्र पर माल्यार्पण कर की। उन्होंने यहां अांगनवाडी भवन का भूमिपूजन और सामुदायिक स्वच्छता परिसर का भूमिपूजन किया। ग्राम में प्रंधानमंत्री आवास योजना के तहत 329 आवासों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि इस गांव में 37 और आवास स्वीकृत किए जायेगे। राजस्व मंत्री ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार लोगां के लिए जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है। सरकार ने किसानों को सम्मान दिया है। किसानों के खाते में हर साल 10 हजार रू. की राशि पहुंचाई जाती है। केन्द्र सरकार द्वारा 6 हजार और 4 हजार रू. की राशि राज्य सरकार द्वारा दिए जाते है। आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे है ताकि गरीबों पर बीमारी को बोझ न पडे और आयुष्मान योजना में 5 लाख रू. तक के इलाज की सुविधा दी जाती है। गरीबों को राशन का खाद्यान निशुल्क रूप से दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पेय जल के लिए ग्रांव में 26 लाख की राशि स्वीकृत की गई है। अब हर घर तक पाईप लाईन पहुचेगी और टोंटी से हर घर में पेय जल मिलेगा। माताओं बहनों को हेडपंप और कुंए तक पानी के लिए नहीं जाना होगा।