सागर 26 मई 2023
योग के माध्यम से समाज में शुचिता और आरोग्यता उत्पन्न करना आवश्यक है एवं दैनिक जीवन में युग का समावेश करें। योग का कोई विकल्प नहीं है। उक्त विचार मध्यप्रदेश योग आयोग के अध्यक्ष श्री वेद प्रकाश शर्मा ने कलेक्टर कार्यालय में 21 जून को होने वाले योग दिवस की समीक्षा बैठक में दिए। इस अवसर पर वरिष्ठ योगाचार्य आचार्य श्री विष्णु आर्य, अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी, संयुक्त कलेक्टर श्री प्रकाश नायक, श्री प्रकाश पांडे, श्री सीएल वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री अखिलेश पाठक, सहायक संचालक डॉ. आशुतोष गोस्वामी सहित समस्त विभागों के विभाग प्रमुख एवं योग से जुड़े अधिकारी मौजूद थे।
डॉ. वेद प्रकाश ने कहा कि योग करने से मानसिक तनाव से मुक्ति तो मिलती ही है साथ में अन्य बीमारियों से छुटकारा भी प्राप्त होता है। इसलिए हमें अपने जीवन में योग का समावेश करना ही होगा। उन्होंने कहा कि मन की एकाग्रता बनाने के लिए योग अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमें अपने कार्यालय का मानसिक तनाव घर पर नहीं ले जाना चाहिए और यदि ऐसा होता है तो आपके साथ साथ घर के सदस्य भी मानसिक तनाव की सहभागी होते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में शुचिता और आरोग्यता लाने के लिए योग अत्यंत आवश्यकता है उन्होंने कहा कि कार्य का मानसिक तनाव रहने के कारण ही आजकल व्यक्तियों में ब्लड प्रेशर डायबिटीज की बीमारियां बढ़ रही है। इसके छुटकारा पाने के लिए हमें प्रतिदिन प्राणायाम करना ही होगा।
डॉ. वेद प्रकाश ने कहा कि व्यक्ति का बाहरी शरीर हार्डवेयर की तरह कार्य करता है जबकि अंदर का शरीर सॉफ्टवेयर की तरह कार्य करता है उन्होंने कहा कि हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर जब थक जाते हैं तो उसमें ब्लास्ट होने लगती हैं इसी प्रकार हमारा मानव शरीर है जब अंदर से शरीर थक जाता है तब उसमें अनेक प्रकार की व्याधियां उत्पन्न होने लगती हैं, इसको दूर करने के लिए प्राणायाम योग जरूरी है।