जबलपुरभोपाल

इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से की जा रहीं विभिन्न सेवाओं की मॉनिटरिंग को जानकर उत्साहित हुए प्रशिक्षु जवानों

भारतीय सेना के अधिकारियों के साथ प्रशिक्षु जवानों ने किया आईसीसीसी का भ्रमण

सागर, / सागर शहर में स्वच्छ भारत मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन सहित यातायात सुधार, सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने आदि में सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के आईसीसीसी यानि इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह बात जानकर भारतीय सेना के अधिकारियों के साथ शुक्रवार को आईसीसीसी की विजिट करने आए लगभग 600 प्रशिक्षु जवान आईसीसीसी की कार्यपद्धिति विस्तार से जानने के लिए उत्साहित दिखे। प्रशिक्षु जवानों ने आईसीसीसी से इंटिग्रेट की गई। विभिन्न शासकीय सेवाओं की मॉनिटरिंग से संबंधित जिज्ञासा व्यक्त करते हुए प्रश्न पूछे गए, जिनके संतुष्टिपूर्ण जवाब देते हुए स्मार्ट सिटी की टीम ने बताया की चारों ओर घूमने वाले अत्याधुनिक पीटीजेड कैमरों सहित 300 से अधिक संख्या में शहर के विभिन्न स्थलों पर लगे अलग-अलग प्रकार के कैमरों को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कण्ट्रोल सेंटर से जोड़कर शहर को बेहतर मॉनिटर किया जा रहा है। इन कैमरों की मदद से प्रतिदिन कई कई फुटेज एकत्र की जाती हैं जिनका डाटाबेस तैयार होता है यह डाटाबेस शहर में घटित हुई किसी भी घटना को फाइंड करने में मददगार है। यहां सर्वर में एकत्र फुटेज की सहायता से चोरी, लूट, डकैती, किडनेपिंग, वाहन चोरी, महिला अपराध आदि छोटे-बड़े अपराधों सहित मर्डर जैसे जघन्य अपराधों से जुड़े मामलों को आसानी से सुलझाया जा सका है

आईसीसीसी की स्थापना के बाद से अब तक इसकी मदद से हल किए गए प्रकरणों की जानकारी देते हुए उन्हें बताया गया कि आईसीसीसी की मदद से पुलिस प्रशासन ने सैकड़ों अपराधों को कम समय में फाइंड कर हल करने में सफलता पाई और अपराधियों को पकड़कर वैधानिक कार्यवाही की जा सकी है। आईसीसीसी की मदद से शहर में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था की जा सकी है। पुलिस विभाग को एक सशक्त माध्यम आईसीसीसी के रूप में मिला है जिससे शहर में यातायात व्यवस्था सुधार सहित अपराधों में कमी जैसे परिणाम देखने को मिल रहे हैं। जहाँ कैमरों से सतत् निगरानी के कारण आपराधिक गतिविधि में लिप्त लोग हतोत्साहित हुए हैं। वही दूसरी ओर नागरिकों में जागरूकता आई है आज अधिकांश नागरिक यातायात नियमों का उल्लंघन करने से बचते हैं। क्योंकि विभिन्न चौराहों पर लगे आईटीएमएस सिस्टम के कैमरों की मदद से यातायात की लाइव मॉनिटरिंग कर यातायात को व्यवस्थित करते हुए सुगम बनाया जा रहा है। यदि कोई वाहन चालक रेड लाइट वॉयलेशन, ट्रिपल राइड, नो हैलमेट जैसे यातायात नियमों का उल्लंघ करता है तो तत्काल चौराहों पर लगे आरएलवीडी एवं एएनपीआर कैमरों की मदद से उक्त वाहन की नंबर प्लेट से आरटीओ में रजिस्टर जानकारी के अनुसार ई-चालान बनता है। जिसे वे यातायात थाना या एमपी ऑनलाइन पर ई-चालान में जमा करते हैं।
इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) अत्याधुनिक तकनीकि से युक्त है यहां से जीपीएस प्रणाली के साथ प्रतिदिन डोर टू डोर कचरा कलेक्शन वाहनों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जाती है यदि कोई वाहन अपने निर्धारित रुट पर नहीं है या समय के अनुसार स्थल पर उपलब्ध नहीं है तो ऐसे वाहनों की जानकारी तत्काल आईसीसीसी के डेसबोर्ड में दिखाई देती है जिसके आधार पर उक्त वाहन प्रभारी को सूचित कर व्यवस्था में सुधार किया जाता है। इस प्रक्रिया से शहर में प्रतिदिन डोर टू डोर कचरा कलेक्शन सफलता पूर्वक किया जा रहा है। इसके साथ ही रोड स्विपिंग मशीन, जेटिंग कम सक्शन मशीन एवं अन्य लिटर पिकर मशीनी वाहनों की भी मॉनिटरिंग यहां से करते हुए सागर में स्वच्छ भारत मिशन का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने में सहयोग मिला है। उन्हें बताया गया की आईसीसीसी से  कोरोना महामारी रोकथाम हेतु सराहनीय कार्य किया गया इसके साथ ही अन्य सेवाओं जैसे सीएम हेल्प लाइन, एम्बुलेंस सेवा 108, ई-गवर्ननेंस आदि को भी मॉनिटर किया जा रहा है। भारतीय सेना के प्रशिक्षु जवानों ने आईसीसीसी विजिट के अपने बेहतर अनुभव को फीडबैक के रूप में सांझा भी किया।

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