सागर/उप संचालक, किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने किसानों को सलाह दी है कि कम अवधि में पकने वाली एवं कम पानी चाहने वाली फसले ज्वार, मक्का, मूंगफली एवं अरहर फसलों का चयन करें। उन्होंने बाकायदा बीजों की भी जानकारी दी है। उन्होंने किसान भाईयों से अनुरोध किया है कि व्यवहारिक फसलें धान एवं सोयाबीन के स्थान पर वैकल्पिक फसले ज्वार, बाजरा, अरहर, मूंगफली, मक्का एवं उड़द कम अवधि वाली किस्मों का चयन करें जिससे मौसम की विपरीत परिस्थितियों से बचाव हो सकें।
उन्होंने किसानों से मक्का जेएम-215, 85 से 90 दिन में 45 से 50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर, जेएम 218, 82 से 85 दिन में, 65 से 68 क्विंटल प्रति हेक्टयर, पीजेएचएम 1, 95 से 98 दिन में, 65 से 68 क्विंटल प्रति हेक्टेयर, जेएम 1014, 90 से 93 दिन में, 60 से 62 क्विंटल प्रति हेक्टेयर, पीजेएचएम 2, 95 से 98 दिन में, 68 से 70 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की पैदावार वाले बीज की बुआई करने की सलाह दी है। इसी तरह इंदिरा उड़द 1, 70 से 72 दिन में, 12 से 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर,आईपीयू 243, 70 से 72 दिन में, 14 से 16 क्विंटल प्रति हेक्टेयर, आईपीयू 13-01, 70 से 72 दिन में, 14 से 16 क्विंटल प्रति हेक्टेयर, टीजेयू 339, 65 से 70 दिन में, 15 से 16 क्विंटल प्रति हेक्टेयर, टीजेयू 130, 62 से 65 दिन में, 15 से 16 क्विंटल प्रति हेक्टेयर, अरहर राजेश्वरी, 180 से 185 दिन में, 20 से 25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर, बीपीएन 711, 165 से 170 दिन में, 22 से 26 क्विंटल प्रति हेक्टेयर, पूसा अरहर 16, 120 से 125 दिन में, 12 से 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर और कुटकी जेके 8, 75 से 80 दिन में, 10 से 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर, जेके 36, 75 दिन में, 9 से 10 क्विंटल प्रति हेक्टेयर, जेके 4, 70 दिन में, 13 क्विंटल प्रति हेक्टेयर एवं जेके 95, 114 से 116 दिन में, 17 से 18 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार वाले बीज की बुआई करने की सलाह दी है।