सागर /
श्री चंद्रशेखर शुक्ला के निर्देशानुसार 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2023 तक इंडियन स्वच्छता लीग 2.0 एवं स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत नगर निगम द्वारा विभिन्न जागरूकता सह क्षमतावर्धन गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है, इसी क्रम में सी एन डी वेस्ट संग्रहण अभियान के संचालन के साथ उसके प्रसंस्करण से नागरिकों को जागरूक किया जा रहा है , क्योंकि नगर में जिन मकानों का पुनर्निर्माण होता है या गिराया जाता है तो उनके गिरने से निकला हुआ मटेरियल यातायात व्यवस्था में बाधक बनता है या लंबे समय तक एक ही स्थान पर पड़े रहने के कारण गंदगी फैलती है, जिसको दृष्टिगत रखते हुए नगर निगम द्वारा महाराजा छत्रसाल नगर कॉलोनी बाघराज वार्ड में बनवाया गया सी एन डी वेस्ट प्लांट जहां भवनों को तोड़ने से निकलने वाले मटेरियल से वैज्ञानिक विधि से पेपर ब्लॉक बनाने का कार्य किया जाता है ,जिसके कारण अनुपयोगी निर्माण सामग्री का उपयोग हो जाता है और स्वच्छता भी बनी रहती है
किस प्रकार उपयोग में लाते है यह मटेरियल — मटेरियल के प्लांट पर पहुंचने के बाद सर्वप्रथम मटेरियल की छटाई की जाती है और उसमें से रेत और गिट्टी अलग-अलग कर उस सीमेंट कंक्रीट मटेरियल को छोटी क्रेशर मशीन में डाला जाता है जिसमें नीचे छनना लगा होता है उसके माध्यम से गिट्टी और रेत अलग-अलग हो जाती है उसके पश्चात इस रेत और
गिट्टी को पुन छन्ना में डालकर रेत और गिट्टी को अलग-अलग कर दिया जाता है फिर उस गिट्टी रेत में सीमेंट और हार्डनर मिलाकर मसाला तैयार किया जाता है, किस कलर के पेपर ब्लॉक बनाना है ,उसके हिसाब से उस मसाले में कलर मिलाते हैं जैसे सादे पेपर ब्लॉक में केवल सीमेंट का उपयोग होता है, जबकि पीले और गुलाबी रंग के पेवर ब्लॉक में व्हाइट सीमेंट मिलाया जाता है, फिर उसमें पीला- गुलाबी रंग डालते हैं तत्पश्चात उस तैयार मसाले को वाइब्रेट मशीन की टेबल पर रखकर अलग-अलग साइज के खानों में डालकर वाइब्रेट करते हैं उसके पश्चात उन खानों को जिनमें मसाला डालकर वाइब्रेट किया गया था उसे अच्छी तरह से तिरपाल से ढक दिया जाता है ताकि बाहरी हवा ना लगे और इस प्रकार गर्मी के मौसम में लगभग 12 घंटे में और सर्दियों के मौसम में लगभग 24 घंटे में पेपर ब्लॉक बनकर तैयार हो जाते हैं ।