कचरा वाहन ने ली डेढ़ साल की बच्ची की जान
भोपाल। नगर निगम के कचरा वाहन की आवाज सुनकर मां पहली मंजिल से नीचे आई तो डेढ़ साल की बच्ची भी पीछे-पीछे उतर गई। मां कचरा डालकर लौटने लगी, तभी ड्रायवर ने गाड़ी आगे बढ़ाई। इस बीच डेढ़ साल की बच्ची गाड़ी की चपेट में आ गई। बेटी की चीख सुनकर मां ने शोर मचाया तो ड्रायवर गाड़ी छोड़कर भाग निकला। बच्ची को निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां आधे घंटे बाद बच्ची की मौत हो गई। यह हादसा मंगलवार सुबह कोलार थाना क्षेत्र के प्रियंका नगर में हुआ। एसआई प्रमोद गौतम ने बताया कि वीरेंद्र सिंह ठाकुर आष्टा के रहने वाले हैं। वह कोलार के प्रियंका नगर में किराए से रहते हैं और मंदाकिनी कॉलोनी स्थित निजी कंपनी में सीनियर मैनेजर हैं। परिवार में पत्नी रीना के अलावा तीन बेटियां थीं। सबसे छोटी बेटी डेढ़ साल की वेदांगी थी। वीरेंद्र टहलने गए थे, जबकि पत्नी और बच्चियां घर पर थी। सुबह 11 बजे नगर निगम के कचरा वाहन की आवाज सुनकर रीना कचरे का डिब्बा लेकर फ्लैट से नीचे पहुंची। इसी बीच मासूम वेदांगी भी पीछे-पीछे नीचे उतर गई। रीना और मोहल्ले की अन्य महिलाओं ने गाड़ी में कचरा डाल दिया, इसके बाद चालक ने वाहन को तेजी से आगे बढ़ाया। इसी बीच दरवाजे के पास खड़ी वेदांगी गाड़ी की चपेट में आ गई। आधे घंटे बाद ड्राक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कियारानी के शोर मचाने पर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और बच्ची को कचरा गाड़ी के नीचे से बाहर निकला। तब तक पिता वीरेंद्र भी पहुंच चुके थे। वह बच्ची को लेकर पास के निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां आधे घंटे बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने टक्कर मारने वाले वाहन को जब्त कर लिया है। जबकि चालक की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।