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डायबिटीज और माइग्रेन का खतरा, 3 फीसदी भारतीय ही ब्रेकफास्ट को मानते हैं जरूरी

नई दिल्ली/ब्रेकफास्ट हैबिट्स पर हुई एक स्टडी के अनुसार, महज 3 प्रतिशत भारतीय ऐसे हैं, जो नाश्ते को जरूरी मानते हैं। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता के 3600 लोगों पर हुई एक रिसर्च में बताया गया है कि 84 प्रतिशत लोग मानते हैं कि नाश्ता हल्का करना चाहिए, जबकि 91 प्रतिशत लोग मानते हैं कि घर का बना खाना ही नाश्ते के तौर पर खाना सही है।

भारत में 3 में से 1 लोग ऐसे हैं, जो सुबह का नाश्ता स्किप करते है। उन लोगों के अनुसार, समय न होना या भूख न लगना, ब्रेकफास्ट स्किप करने के कुछ कॉमन कारण हैं। कुछ लोग देर रात डिनर करने की वजह से भी नाश्ता स्किप करते हैं। वजह चाहे जो भी हो फिजिशियन डॉक्टर्स श्रीतेश मिश्रा का कहना है कि सुबह का नाश्ता स्किप करने से हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। नाश्ता स्किप करने से स्ट्रेस बढ़ता है और इसका सीधा असर दिमाग पर पड़ता है।

ब्रेकफास्ट में जरूर लें फ्रूट्स और दूध-भारत में शहरों के हिसाब के ब्रेकफास्ट की चॉइस बदल जाती है। दिल्ली में 43 प्रतिशत लोग पराठे को हेल्दी नाश्ता मानते हैं। मुंबई में 44 प्रतिशत लोग दूध और ब्रेड को, चेन्नई में 47 प्रतिशत इडली और 51 प्रतिशत लोग डोसा को और कोलकाता में 34 प्रतिशत लोग दूध और अंडे को हेल्दी नाश्ता मानते हैं। डायटीशिन की माने तो नाश्ते में सीजनल फ्रूट्स, दलिया, ओट्स, सब्जियां, स्प्राउट्स, दही और फलों का जूस लेना सबसे ज्यादा हेल्दी माना जाता है।

नाश्ता स्किप करने का सीधा असर वजन पर पड़ता है- कई लोगों को लगता है कि नाश्ता कम करने या स्किप करने से वजन कम हो जाएगा। मगर ज्यादा देर तक भूखे रहने पर जब हम खाना खाते हैं तो ओवरईटिंग करने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे सबसे पहले वजन बढ़ने लगता है।

डिनर करने के बाद अगर हम दूसरे दिन सीधे लंच करते हैं तो खाली पेट रहने के कारण एसिडिटी, पेटदर्द, लो ब्लड शुगर की समस्या होने लगती है। ऐसे में बहुत तेज भूख लगने के बाद जंक फूड, मीठा या फिर हम कुछ भी खा लेते हैं, जिसका सीधा असर हमारे वजन पर पड़ता है।

डायबिटीज और माइग्रेन से हो सकते हैं पीड़ित-  ब्रेकफास्ट स्किप करना आपकी आदत में शुमार हो चुका है तो आप डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं। लंबे समय तक सुबह ढंग से नहीं खाने से टाइप 2 डायबिटीज होने की संभावना होती है। इसके अलावा ब्रेकफास्ट न करने से माइग्रेन हो सकता है। हाई ब्लड प्रेशर की भी शिकायत हो सकती है।

मेटाबॉलिज्म और इम्यूनिटी पर पड़ता है सीधा असर-  समय पर ब्रेकफास्ट करने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है, लेकिन ब्रेकफास्ट को नजरअंदाज करते हैं तो शरीर धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगता है। नाश्ता न करने से मेटाबॉलिज्म रेट स्लो हो जाता है।

लंबे समय तक भूखे रहते हैं तो बॉडी की कैलोरी बर्न करने की क्षमता धीरे-धीरे खत्म होने लगती है। ये भी एक कारण है, जो लोग नाश्ता स्किप करते हैं उनका वेट आसानी से और जल्दी बढ़ता है।

डायजेस्टिव सिस्टम और बालों पर पड़ता है असर रात में लेट खाना खाने से या लंबे समय तक भूखे रहने से डाइजेस्टिव प्रोसेस स्लो हो जाता है। इसके कारण गैस, एसिडिटी और वजन बढ़ने जैसी हेल्थ प्रॉब्लम होने की संभावना रहती है। डाइजेस्टिव प्रोसेस स्लो होने का सीधा असर स्किन और बालों पर भी पड़ता है।

समय न हो तो करें 5 मिनट ब्रेकफास्ट  समय न हो तो दूध-कॉर्नफ्लेक्स या फिर म्यूसली ब्रेकफास्ट में खाएं। खाली पेट रहने के बजाए सेब, केला, अनार जैसे फल खाएं। रोटी में पीनट बटर लगा कर भी खा सकते हैं। जो सब्जी लंच के लिए बनाई है उसे रोटी के अंदर फिल कर के रोल बनाकर खाएं। मसाला ओट्स या ब्रेड भी नाश्ते के लिए अच्छा ऑप्शन हैं।

अगर डाइट कर रहे हैं तो फलों की स्मूदी बना कर खा लें। घर से बाहर नाश्ता कर रहे हैं तो सैंडविच, पोहा या उपमा अच्छा ऑप्शन है।

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